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पहाड़ की पहचान | कवि, कविता और वो | यात्रा सीरीज - 3

Feb 23, 2024 · 5m 58s
पहाड़ की पहचान | कवि, कविता और वो | यात्रा सीरीज - 3
Description

अस्तित्व को बचाए रखना जरूरी है। "हम" को बनाए रखने के लिए "मैं" की उपस्थिति भी उतनी ही आवश्यक है। अगर आप ये नहीं जानते की आप कौन है, तो...

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अस्तित्व को बचाए रखना जरूरी है। "हम" को बनाए रखने के लिए "मैं" की उपस्थिति भी उतनी ही आवश्यक है। अगर आप ये नहीं जानते की आप कौन है, तो आप उन्हे नहीं बता सकते की हम कौन हैं। सभ्यताओं को बचाने के लिए, अपने अस्तित्व को बचाइए और यह किसी दूसरे के अस्तित्व पर चोट मारकर आगे बढ़ने जैसा नहीं है।
किसी और के अस्तित्व को चुनौती देना मूर्खता है, ठीक उसी प्रकार जैसे खुद आगे बढ़ने के लिए किसी दूसरे को पीछे खींचना। हर वो चीज जो आपस में बैर पैदा करे उसे नकार देने में भलाई है। अंतत: याद रखिए "मैं", "हम" से बड़ा नहीं है, पर अगर जहां "हम" गलत हो वहाँ "मैं" को अंधेरे में विलुप्त होने के वजाय उसका सामना करना चाहिए। हर बार सत्य की जीत नहीं होती, पर सत्य को हर बार लड़ना होगा असत्य के खिलाफ। जैसे युद्ध में एक पक्ष की जीत होगी यह जानते हुए भी दोनों पक्षों के सिपाही अपना भरसक प्रयास करते हैं, ठीक उसी प्रकार सत्य को बचाने के लिए हर एक प्रयास मूल्यवान है। आप मरने पर कायर नहीं शहीद कहलाएंगे।
आशा है आपको यह पाठ पसंद आया होगा। सुनते रहिए हम सुनाते रहेंगे।
~ मयंक
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Preserving existence is essential. The presence of "I" is equally necessary to maintain the existence of "we." If you don't know who you are, you cannot tell others who we are. To save civilizations, safeguard your existence, and moving forward is not about harming someone else's existence. Challenging someone else's existence is foolishness, just like pulling someone back to move forward yourself. Rejecting anything that creates animosity between you is beneficial. In the end, remember, "I" is not greater than "we," but if where "we" is wrong, there, instead of disappearing into darkness, "I" should confront it. The truth doesn't win every time, but every time, you have to fight for the truth against falsehood. Just as soldiers on both sides make their full effort in knowing that there will be victory for one side in war, similarly, every effort to save the truth is valuable. You will not be called a coward upon death but a martyr.
Hope you liked this passage. Keep listening; we'll keep sharing.
~ Mayank
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Content Credits:
Voice: Mayank Gangwar
Written By: Kitabganj
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Author Mayank Gangwar
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