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अन्तःकरण की अभिव्यक्ति ।।

  • Episode 30 Pata Hain , Par Pata Nahi... पता है, पर पता नहीं..

    2 JAN 2022 · मैने लिखा है , पर विषय पर सोचें आप..सोचें, सोच का विस्तार करे और आप इसे सुनकर जो भी समझ रहे है, सोच रहे हैं..... निचे comments box मे जरूर, जरूर लिखे.... धन्यवाद....
    Played 3m 23s
  • Kaal chakra काल चक्र

    28 NOV 2021 · मेरी यह कविता एक symbolic visualization हैं उस समय का जब हम उम्र के जिस पडाव मे हैं वहाँ से 10-15साल आगे कीओर होगें जब हमारे हमारे कतर्व्य पथ मे थोड़ा विराम आने लगेगा और उस समय जब हम कल-आज और कल के काल चक्र को देखेंगे तो शायद वो देखने मे कूछ ऐसा दिखे...
    Played 3m 45s
  • Episode 27 puchne me kya jata hai पुछने मे क्या जाता हैं ।।

    8 AUG 2021 · पुछने मे क्या जाता हैं ?.... ऐश्वर्य से परम-ऐश्वर्य तक को पाने का सुत्र...मेरी नई कविता । खुद सुने और दुसरो को सुनाऐ । जैसी भी लगे अपनी प्रतिक्रिया जरूर जरूर दे....😊😊 खुशहाल - संजय
    Played 4m 59s
  • Episode 26 - Mann Ka Chor - मन का चोर

    3 JUL 2021 · दोस्तों, मन का चोर कविता है, अपने अपने मन को बारे मे । हम सब सबका मन कैसा है ,कैसे व्यवहार ( behave ) करता है ...और हम सबको कम से कम ५-१० min से ४५ min तक ,रोज झाककर देखना चाहिए कि ये हमारा मन कहाँ जहाँ रहा हैं किधर जा रहा हैं ,जिधर जाना चाहिए क्या उधर जा रहा है....। सुनिए, सुनाईये और अच्छी लगे या बुरी अपने विचार जरूर दिजिए...। धन्यवाद... आपका अपना : खुशहाल (Sanjay)
    Played 5m 24s
  • Episode - Kiraya nahi dena hai to makan khali kar do -किराया नहीं देना हैं तो मकान खाली कर दो...

    5 JUN 2021 · किराया नहीं देना हैं तो मकान खाली कर दो... यह कविता दो part मे है । और इसकी theme लोककल्याण (part 1)और स्वकल्याण (part 2) को लेकर है । सुने,सुनाऐ और जैसी भी लगे ,अपने विचार जरूर दे ।। #खुशहाल
    Played 3m 35s
  • Gullak (गुलक) - Money Bank

    14 MAR 2021 · Gullak (गुलक) - Money Bank - एक संस्मरण, बचपन की यादों का.... Dedicated to all friends and family... By : खुशहाल (Sanju)
    Played 3m 55s
  • Episode 24 Kya Karne Aaye The ? Kya Karne Lag Gaye... क्या करने आये थे , क्या करने लग गए ।।

    13 DEC 2020 · आये थे हरि भजन को ओटन लगे कपास ' का अर्थ किसी कार्य विशेष की उपेक्षा कर किसी अन्य कार्य में लग जाना है।  आचार्य गुरुवर विशुद्ध सागर जी गुरु देव ने कुछ दिन पहले अपने प्रवचन मे एक सुत्र दिया , "*क्या करने आये थे , क्या करने लग गए *।। " आज की contemporary life style उसी सुत्र को लगाने की एक छोटी सी कोशिश... आपको अगर मेरा यह प्रयास अच्छा लगे तो अपने विचार जरूर प्रेक्षित करें...।। खुशहाल...।।
    Played 5m 21s
  • Dil, Dimaag Aur Maan दिल,दिमाग और मन

    25 OCT 2020 · साधारणतः हम दिल और मन को एक मानते है, जब की वो होते अलग अलग है । हमारे स्वध्याय गुरू श्री अक्षय जी भैया जी ने दिल,दिमाग और मन कि अलग अलग विशेषताऐ बतलाई है और उसीको आधार लेकर प्रस्तुत हैं मेरी नई रचना दिल,दिमाग और मन।। पसंद आऐ तो 5 नये लोगों के साथ share करेऔर अपने विचार अवश्य व्यक्त करे।। "#खुशहाल 😊😊"
    Played 4m 55s
  • Played 2m 44s
  • Episode 20- Bartan - बर्तन

    19 APR 2020 · Poem during lock down on Bartan, my experience , my thoughts, my philosophy on and with Bartan..Enjoy and share your comments plz..
    Played 6m 6s
Information
Author Sanjay Kala
Categories Society & Culture
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